कुछ प्रश्न इस प्रकार हैं जिनके उत्तर पाने के लिए स्वसमाज (अंगिरसगोत्री सौभरि ब्राह्मण समाज) के लोग लालायित होते हैं ।अगर इन सर्व प्रश्नों व उलझनों का उपाय सिर्फ एक ही पुस्तक में है और वो है “सौभरि ब्राह्मण परिचय” ।
सौभरेय ब्राह्मण समाज की जानकारी के संबंध में मन में उठने वाले 61 प्रश्न व उनके उत्तर । आइए जानते हैं:-
कुछ प्रश्न इस प्रकार हैं जिनके उत्तर पाने के लिए स्वसमाज (अंगिरसगोत्री आदिगौड़ सौभरि अहिवासी ब्राह्मण समाज) के लोग लालायित रहते हैं । अगर इन सभी प्रश्नों व उलझनों का हल यहां देखें।
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1-ब्रह्मा जी के 10 मानसपुत्रों में से एक मानसपुत्र जो कि गोत्रकार ऋषि के साथ-साथ ऋग्वेद के नवम मण्डल के द्रष्टा भी हैं उनका नाम बतायें जिनकी वंश परंपरा के अंतर्गत “सौभरेय ब्राह्मण समाज” आता है ?
उत्तर - अंगिरा ऋषि
2-ब्रह्मर्षि सौभरि जी के दादाश्री व भगवान कृष्ण के गुरुतुल्य महर्षि का नाम बताईये ?
उत्तर - महर्षि घोर
3-ब्रह्मर्षि सौभरि जी के परदादाश्री महर्षि का नाम बताईये ?
उत्तर - अंगिरा ऋषि
4-ब्रह्मर्षि सौभरि जी के पिताश्री महर्षि का नाम बताईये ?
उत्तर - ऋषि कांण्व
5-अंगिरस गोत्री सौभरि ब्राह्मण समाज के उपगोत्र/ अल्ल कितने हैं, उनके नाम सहित वर्णन करिये ?
उत्तर - 50, नाम के लिंक मिल जायेगा।
6-सौभरि ब्राह्मण समाज के सम्पूर्ण भारतवर्ष कितने गांव तथा किस-किस जगह स्थित हैं ?
उत्तर -162 से ज्यादा
7-ब्रह्मऋषि सौभरि जी के ससुर व उनके परवारीजनों का वर्णन करिये?
उत्तर - ससुर मांधाता (इक्ष्वाकु वंश)
8-महर्षि सौभरि जी को शरणागतवत्सल क्यों कहा जाता है?
उत्तर - उन्होंने गरुड़ से नागराज कालिया, मछली और जलीय जीवों को बचाया और अहिवास क्षेत्र पे रहने के लिए शरण दी।
9-अंगिरसगोत्री गौसेवक व दाऊजी मंदिर के संस्थापक कल्याण देव जी के उपगोत्र/अल्ल का नाम लिखिए?
उत्तर - तगारे
10-ब्रजभाषा में रचित ‘भगवतीचरित’ के रचयिता सौभरेयवंशी महान संत का नाम लिखिए ?
उत्तर - संत प्रभुदत्त ब्रह्माचारी जी
11-सौभरेय ब्राह्मण समाज के उपगोत्रों में सबसे ज्यादा जनसंख्या किस उपगोत्र की है ?
उत्तर - तगारे
12-सौभरेय ब्राह्मण समाज के उपगोत्रों में सबसे ज्यादा फैलाव किस उपगोत्र के स्वजनों का है ?
उत्तर - कुम्हेरिया
13-सौभरि ब्राह्मण समाज की मातृभाषा कौनसी हैं ?
उत्तर- ब्रजभाषा, संस्कृत आदि।
14-सौभरि ब्राह्मण समाज के लोगों की संसद व राजधानी आप किसे कहेंगे ?
उत्तर - राजधानी:- बल्देव नगर और संसद- श्री राधा- बल्लभ कुंज, गोवर्धन।
15-सौभरि ब्राह्मण समाज की 10 सार्वजनिक विरासतों के नामों का उल्लेख करें ?
उत्तर- लिंक मिल जायेगा
ब्रह्मर्षि सौभरि वंशजों के विरासत स्थल
16-महर्षि सौभरि जी तपस्थली कहाँ स्थित है ?
उत्तर- रामताल सुनरख, अहिवास क्षेत्र (वृंदावन)
17-प्रभुदत्त ब्रह्मचारी जी का आश्रम का स्थित है ?
उत्तर - झूसी, प्रयागराज
18-सती हरदेवी जी की पुण्यस्थली कहाँ स्थित है ?
उत्तर - पलसो गांव, गोवर्धन- बरसाना रोड।
19-बकासुर नामक असुर का भगवान श्रीकृष्ण ने किस जगह संहार किया था ?
उत्तर - खदिरवन, खायरा गांव (छाता -बरसाना रोड)
20-दुनिया के रिकार्ड्स को गिनीज बुक में लिखते हैं ठीक उसी की तरह ही अपने समाज के कीर्तिमानों को किस पुस्तक में संजोया जाता है ?
उत्तर - सौभरेय ब्राह्मण कीर्तिमान पुस्तक
21-राजस्थान के 28 स्वजातीय सौभरेय जनों के गाँवों की राजधानी किस गांव को कहा जाता है?
उत्तर - सिकरोरी गांव
22-यमुना के पश्चिम (आर) में स्थित 12 गाँवों की राजधानी के नाम से मशहूर व स्वसमाज के सबसे बड़े गांव का नाम लिखिए ?
उत्तर - खायरा गांव
23-अंगिरसगोत्री आदिगौड़ सौभरेय अहिवासी ब्राह्मण समाज के उपगोत्र/अल्ल के नाम पर किन-किन गांवों का नाम है ?
उत्तर - पलसो गांव - परसैया, सीह गांव - सीहइयां
24-सौभरेय ब्राह्मणों का मूल निवास स्थान कहाँ स्थित है ?
उत्तर - सुनरख, वृंदावन
25-मथुरा संग्रहालय में स्थित यक्ष व यक्षनी की मूर्तियां समाज के किस गाँव से खुदाई में प्राप्त हुईं ?
उत्तर - भरनाकलां
26-सूर्य नारायण मंदिर व सूरजकुण्ड किस गाँव में स्थित हैं ?
उत्तर - भरनाखुर्द
27-ब्रजमण्डल के 12 वनों में एक वन अपने किस स्वजातीय गाँव के अंतर्गत आता है ?
उत्तर - खदिरवन, खायरा गांव
28-रंगपंचमी को मनाये जाने वाली ब्रज की अंतिम होली समाज के किस गाँव में होती है?
उत्तर - खायरा गांव
29- होली के अवसर पर चैत्र शुक्ल द्वितीया को “ब्रज का हुरंगा” कहे जाने वाले पर्व को किस पावन स्थल पर मनाया जाता है ?
उत्तर - बल्देव नगर
30-प्रभुदत्त ब्रह्मचारी जी की जन्मभूमि कहाँ स्थित है?
उत्तर - अहिवासी नगला, अलीगढ़
31-स्वसमाज के सबसे पहले चयनित आईएएस अधिकारी का नाम बतायें ?
उत्तर - पंडित मनीराम शर्मा
32-स्वसमाज के लोग मूलरुप से किन-किन प्रांतों में रहते हैं जहां समाज के अपने गांव भी हैं ?
उत्तर - उत्तरप्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र ।
33-आदिगौड़ सौभरेय अहिवासी ब्राह्मण समाज का वर्णन किन- किन हिंदू ग्रंथो में आता है?
उत्तर - ऋगवेद, छान्दोग्य उपनिषद श्रीमद् भागवत पुराण, विष्णु पुराण, स्कंद पुराण, गर्ग संहिता, सौभरि संहिता , रूपांतर उपन्यास आदि।
34-ब्रह्मर्षि सौभरि जी के कितने पुत्र हुए?
उत्तर - 5000
35-वृन्दावन के निकट ब्रह्मऋषि सौभरि जी की तपस्थली व सौभरेय ब्राह्मण समाज का मूलनिवास गांव सुनरख से हुए पलायन क्या कारण था ?
उत्तर - बादशाह काल
36-अंगिरसगोत्री सौभरेय ब्राह्मण समाज के उपगोत्र “भुर्रक” जनों का मूल निवास व निकास किस गांव से है ?
उत्तर - मघेरा गांव
37-स्वसमाज की आर्थिक व सामाजिक स्थिति किस प्रदेश व मंडल में सर्वोपरि है ?
उत्तर - ब्रजमंडल, यूपी/राजस्थान
38-स्वसमाज के पहले व इकलौते छाता विधानसभा क्षेत्र के विधायक (MLA) किस गाँव के थे?
उत्तर - स्व. किशोरीश्याम शर्मा जी
39-स्वसमाज की सबसे बड़ी कार्यकरिणी “अखिल भारतीय सौभरेय ब्राह्मण संघ” का कार्यालय कहाँ स्थित है ?
उत्तर - नोएडा
40-राजा मान्धाता के पुत्रों व महर्षि सौभरि जी के सालों (पत्नियों के भाइयों) का नाम लिखिए ?
उत्तर - पुरुकुत्स, अंबरीष और मुचुकुंद
41-महर्षि सौभरिजी ने यमुना जल के अन्दर कितने वर्षों तक मेडिटेशन किया?
उत्तर - 60 हजार वर्ष
42-सम्पूर्ण ब्रज के मंदिरों में कृष्ण के अग्रज (बडे भाई) दाऊ बाबा का सबसे बड़ा ‘मूर्तिरूप’ बल्देवनगर के दाऊजी मंदिर में स्थित कितने फ़ीट का है?
उत्तर - 8 फीट
44-बल्देव नगर स्थित दाऊजी की मूर्ति देवालय में कौनसे सन में प्रतिष्ठित हुई ?
उत्तर - मार्गशीर्ष पूर्णिमा संवत 1639 AD.
45-ब्रह्मऋषि सौभरि जी का जन्म किस तिथि को हुआ था?
उत्तर - फाल्गुन शुक्ल त्रयोदशी
46-प्रभुदत्त ब्रह्मचारी जी का जन्म कब हुआ था ?
सम्वत् 1942 (सन १८८५ ई०) की कार्तिक कृष्ण
उत्तर - अष्टमी (अहोई आठें) को
47-प्रभुदत्त ब्रह्मचारी जी किस सन में अपना देह छोड़ ब्रह्म में विलीन हो गए ?
उत्तर - सम्वत् 2047 (सन 1990 ई०) की चैत्र कृष्ण प्रतिपदा को भौतिक देह का त्याग वृन्दावन में कर गोलोकधाम प्रविष्ट हो गए।
48-सन् १९६७ में गो-हत्या के प्रश्न को लेकर दिल्ली में तत्कालीन सरकार के विरुद्ध उन्होंने कितने दिन तक उपवास रखा ?
उत्तर - 80 दिन
49-शिवशक्ति हरदेवी जी ने किस सन में सतीत्व को प्राप्त किया?
उत्तर - श्रावण शुक्ल अष्टमी 1980
50-पातिव्रत्यधर्मी हरदेवी जी का मेला पलसों गाँव में किस सन से होना प्रारम्भ हुआ था ?
उत्तर - श्रावण मास, सन 2012 से
51- सौभरि अहिवासी ब्राह्मण समाज का वैदिक सूत्र?
उत्तर - लिंक मिल जायेगा
52-सम्पूर्ण भारतवर्ष में आदिगौड़ सौभरेय अहिवासी ब्राह्मणों के मूलरूप से आय के साधन क्या क्या हैं?
उत्तर - कृषि और पुरोहिताई
53-सम्पूर्ण भारतवर्ष में आदिगौड़ सौभरेय अहिवासी ब्राह्मणों के कुल जनसंख्या अनुमानतः कितनी हैं?
उत्तर - 250000 से ज्यादा
54-आदिगौड़ सौभरेय अहिवासी ब्राह्मणों का भारतवर्ष के इतिहास आदिकाल से अब तक क्या योगदान रहा है?
उत्तर - लिंक मिल जायेगा
55- उस आदिगौड़ सौभरेय अहिवासी ब्राह्मण वंश में उत्पन्न महानुभाव जी का नाम जिनका चित्रकला में राष्ट्रीय स्तर पर नाम था और हिंदू विश्व विद्यालय में जिनके नाम पर शंकुल का भी नाम है?
उत्तर - पंडित श्री जगन्नाथ मुरलीधर अहिवासी
56- समाज के प्रति अंग्रेजों के सडयंत्र व सोच को बदलने वाले स्वसमाज प्रेमी व प्रोफेसर का नाम बताएं?
उत्तर - श्री माध्वाचार्य जी
57- मथुरा जिले में पहली बार जिला पंचायत सदस्य?
उत्तर -
58- मथुरा जिले ब्लॉक चौमुहा से पहली बार ब्लॉक प्रमुख?
उत्तर -
59- उत्तर प्रदेश में सबसे बडा पार्क किस ऋषि के नाम पर और किस स्थान पर बन रहा है?
उत्तर - ब्रह्मऋषि सौभरि, सुनरख वृंदावन।
60- क्या आदिगौड़ सौभरेय अहिवासी ब्राह्मणों को वर्ष में या कम से कम अपने सम्पूर्ण जीवनकाल में समाज के जनक/ परमपिता श्री ब्रह्मऋषि सौभरि जी की तपस्थली सुनरख वृंदावन जाना चाहिए?
उत्तर - अवश्य ।
61- स्वसमाज को "अहिवासी" ब्राह्मण क्यों कहते हैं?
उत्तर - ब्रह्मऋषि सौभरि जी की तपस्थली अहिवास क्षेत्र ( आज का सुनरख स्थान, वृदांवन) के पास तपस्या करते थे, भगवान विष्णु का वाहन गरुड़, यमुना के जल से जीव - जंतुओं, अहि/ सर्पों को खा जाता था उसके अत्याचार से जीवों को बचाने के लिए सौभरि जी ने श्राप दिया और उस क्षेत्र को अहिवास घोषित कर दिया, ऋषि के अहिवास क्षेत्र के पास रहने के कारण और अहि को वास देने के कारण उनको "अहिवासी" कहा गया ।
In short:-
१:- स्थानीय अनुसार उपाधि - अहिवासी
(अहिवास क्षेत्र, ब्रह्मऋषि सौभरि तपस्थली सुनरख वृदांवन)
२- गोत्र के अनुसार सरनेम -अंगिरस
३- ऋषि वंश के अनुसार - सौभरेय
४- 10 भारतीय ब्राह्मण क्षेत्रों के अनुसार उपाधि - आदिगौड़
५- कर्मानुसार - शर्मा, पांडेय आदि
६- अल्ल के अनुसार - भुर्रक, तगारे, पचौरी, बरगला etc. (कुल -५० अल्ल/ अवंटक)
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नाम- अमुक सौभरि
गोत्र- अंगिरस
प्रवर- घोर, काण्व
ऋषि- ब्रह्मर्षि सौभरि
वेद - ऋग्वेद
ब्राह्मण वर्ग - आदिगौड़ (सौभरेय अहिवासी)
इष्ट - बलदाऊ
कुलदेवी - यमुना महारानी
शाखा- ??
आस्पद- भुर्रक (50 में से ये एक है)
सूत्र - कात्यायनी
साभार:- ओमन सौभरि भुर्रक, भरनाकलां, मथुरा
ओमन सौभरि भुर्रक, भरनाकलां, मथुरा
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