वाल्मीकि कायस्थ वंसावली में कैसे आये अगर कायस्थ वंशावली में वाल्मीकि है तो पूरे भारत में वाल्मीकि समाज के लोगों का अपमान क्यों हो रहा है उनको सबसे नीच जाति का क्यों माना जाता है
उत्तर प्रदेश की जोशी जाति का सम्बन्ध दो ऋषियो से है । पश्चमी उत्तर प्रदेश में डंक ऋृषि के वंशज जोशी जाकोत तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश में भद्र ऋृषि के वंशज जोशी भड्डरी पाए जाते है । परस्पर सम्बद्ध होने के कारण ज्योतिष की एक परम्परा का होने के कारण ये दोनो प्राचीन ग्रहविप्र नक्षत्र जीवी ब्राहमण जातियां मूल रूप से भृगुवशी बाहमण मानी जाती हैं ।
वाल्मीकि कायस्थ वंसावली में कैसे आये अगर कायस्थ वंशावली में वाल्मीकि है तो पूरे भारत में वाल्मीकि समाज के लोगों का अपमान क्यों हो रहा है उनको सबसे नीच जाति का क्यों माना जाता है
ReplyDeleteJai dau dayal ki
ReplyDeleteउत्तर प्रदेश की जोशी जाति का सम्बन्ध दो ऋषियो से है । पश्चमी उत्तर प्रदेश में डंक ऋृषि के वंशज जोशी जाकोत तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश में भद्र ऋृषि के वंशज जोशी भड्डरी पाए जाते है । परस्पर सम्बद्ध होने के कारण ज्योतिष की एक परम्परा का होने के कारण ये दोनो प्राचीन ग्रहविप्र नक्षत्र जीवी ब्राहमण जातियां मूल रूप से भृगुवशी बाहमण मानी जाती हैं ।
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