भागवत पुराण के अनुसार भगवान विष्णु के असंख्य अवतार हुए हैं किन्तु उनके दस अवतारों (दशावतार = दश + अवतार) को प्रमुख अवतार माना जाता है। विष्णु के इन दस अवतारों का उल्लेख अग्निपुराण, गरुणपुराण और भागवत पुराण में है।
मत्स्य
कूर्म/कच्छप अवतार
वराह
नरसिंह
वामन
परशुराम
राम
कृष्ण
बुद्ध
कल्कि
पहले तीन अवतार, अर्थात् मत्स्य, कूर्म और वराह प्रथम महायुग में अवतीर्ण हुए। पहला महायुग सत्य युग या कृत युग है। नरसिंह, वामन, परशुराम और राम दूसरे अर्थात् त्रेतायुग में अवतरित हुए। कृष्ण और बलराम द्वापर युग में अवतरित हुए। इस समय चल रहा युग कलियुग है और भागवत पुराण की भविष्यवाणी के आधार पर इस युग के अंत में कल्कि अवतार होगा। इससे अन्याय और अनाचार का अंत होगा तथा न्याय का शासन होगा जिससे सत्य युग की फिर से स्थापना होगी।
अंगिरस गोत्री ब्राह्मण 'ओमन सौभरि भुर्रक'
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