Thursday, 15 December 2022

आदिगौड़ सौभरेय अहिवासी ब्राह्मण समाज के उपगोत्र/अल्ल भुर्रकों का ग्रामवाइज विवरण

 आदिगौड़ सौभरेय अहिवासी ब्राह्मण समाज के उपगोत्र/अल्ल "भुर्रकों" के घरों का ग्रामवाइज विवरण :-


1- भरनाकलॉ ग्राम में भुर्रक उपगोत्र/अल्ल

2-भरनाखुर्द ग्राम में भुर्रक उपगोत्र/अल्ल

3- पेलखू ग्राम में भुर्रक उपगोत्र/अल्ल

4- मघेरा ग्राम में भुर्रक उपगोत्र/अल्ल

 5- पलसौं ग्राम में भुर्रक उपगोत्र/अल्ल 

6- सीह ग्राम में भुर्रक उपगोत्र/अल्ल 

7- डाहरौली ग्राम में भुर्रक उपगोत्र/अल्ल 

8- खायरा ग्राम में भुर्रक उपगोत्र/अल्ल 

9- भदावल ग्राम में भुर्रक उपगोत्र/अल्ल

10- खानपुर ग्राम में भुर्रक उपगोत्र/अल्ल 

11- बृजवारी ग्राम में भुर्रक उपगोत्र/अल्ल

 12- नगरिया ग्राम में भुर्रक उपगोत्र/अल्ल






Saturday, 10 December 2022

सौभरेय ब्राह्मण समाज के इकलौते विधायक स्व. श्री किशोरी श्याम शर्मा जी




स्व. विधायक श्री किशोरी श्याम शर्मा जी का जन्म सन् 1933 में मथुरा जिले की छाता तहसील के गाँव खायरा में हुआ था । इनके पिता का नाम श्री तेजीराम था । वर्ष 1945 में इनका विवाह श्रीमती भगवती देवी के साथ हुआ था । इनका व्यवसाय कृषि और व्यापार था । ये वर्ष 1954 मे लखनऊ कारागार मे दो मास, 1975 मे DIR में एक मास और बाद मे मीसा ममें लगातार 19 मास जिला कारागार मथुरा में रखे गये । 1975 में एक वर्ष जनसंघ के जिलाध्यक्ष रहे है । आपने सांप की एक विशेष औषधि से हजारों लोगों की प्राणरक्षा की थी । 1962 के एक मल्लयुद्ध  में अपने एक साथी के साथ मिलकर आपने एक शेर को मारा । शेर ने आपका हाथ चबा लिया जिसके कारण आपको 17  टाके लगे । इस वीरता के लिए आपको पुरस्कृत भी किया गया आपने खायरा में विद्यालय की स्थापना करायी और उसके प्रबंधक भी रहे । आप RSS के प्रचारक भी रहे थे । वर्ष 1974 के चुनाव मे आप जनसंघ के टिकट पर चुनाव लड़े पर BKD के राधा चरण सिंह के सामने चुनाव हार गए । वर्ष 1980 में आप भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े पर जनता पार्टी सेक्युलर के प्रत्याशी चंदन सिंह के सामने चुनाव हार गए । वर्ष 1985 मे आप भाजपा के टिकट पर एक बार फिर चुनाव लड़े पर लोकदल के चौधरी लक्ष्मी नारायण के सामने चुनाव हार गये । 1989 के चुनाव में आपको सफलता मिली और आपने जनता दल के टिकट पर लड़ रहे चौधरी लक्ष्मी नारायण को हराया । वर्ष 1991 के चुनाव ममें आप निर्दलीय तेजपाल सिंह को हराकर विधान सभा पहुँचे । कविता लेखन में इनकी बहुत रुचि थी और इनका मुख्य आवास खायरा था ।
   खदीरवन धाम की जय || ब्रजधाम की जय
  ब्रह्मर्षि सौभरि जी की जय

साभार-  ओमन सौभरि भुरर्क, भरनाकलां, मथुरा

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